लोकसभा में अग्निवीर योजना पर बहस: राहुल गांधी और राजनाथ सिंह आमने-सामने!!!

लोकसभा सत्र में अग्निवीर योजना पर राहुल गांधी का सवाल, राजनाथ सिंह का जवाब!!

लोकसभा के पहले सत्र में सोमवार (1 जुलाई) को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निवीर योजना को लेकर सवाल उठाए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना के तहत शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता और शहीद हुए अग्निवीरों के परिवार को मुआवजा भी नहीं मिलता।

राहुल गांधी के इस दावे के बाद, महाराष्ट्र के बुलढाणा के पहले अग्निवीर शहीद अक्षय गवाटे के पिता लक्ष्मण गवाटे ने इस मुद्दे पर बड़ा खुलासा किया। लक्ष्मण गवाटे ने पुष्टि की कि उन्हें कुल 1 करोड़ 10 लाख रुपये का मुआवजा मिला है।

सदन में राहुल गांधी के सवाल उठाने पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि शहीद अग्निवीरों के परिवारों को सहायता दी जाती है। राजनाथ सिंह ने बताया कि अग्निवीर अक्षय गवाटे, जो सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे, देशसेवा के दौरान बलिदान हो गए थे। उन्हें उनकी मौत के बाद गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया था।

अग्निवीर योजना क्या है?

अग्निवीर योजना केंद्र सरकार द्वारा 2022 में शुरू की गई एक नई भर्ती योजना है, जिसका उद्देश्य भारतीय सशस्त्र बलों में युवाओं को शामिल करना है। इस योजना के तहत भर्ती किए गए सैनिकों को ‘अग्निवीर’ कहा जाता है और उनकी सेवा अवधि चार साल की होती है। चार साल की सेवा के बाद, उनमें से 25% को स्थायी सैनिक के रूप में रखा जाता है जबकि बाकी को सेवा से मुक्त कर दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य सेना को युवा और कुशल सैनिकों से भरना और सैन्य सेवा को अधिक आकर्षक बनाना है।

अग्निवीरों को मिलने वाली सुविधाएं

  1. वेतन और भत्ते: अग्निवीरों को सेवा के दौरान अच्छा वेतन और विभिन्न भत्ते दिए जाते हैं।
  2. बीमा कवर: अग्निवीरों को 48 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान किया जाता है।
  3. आवास और चिकित्सा: अग्निवीरों को सेवा के दौरान सरकारी आवास और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
  4. सेवा निधि पैकेज: सेवा समाप्ति पर अग्निवीरों को सेवा निधि पैकेज के रूप में एक निश्चित राशि दी जाती है, जिसे उन्होंने अपनी सेवा के दौरान जमा किया होता है।

अक्षय गवाटे का मामला

अक्षय गवाटे, महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के निवासी थे, जो अग्निवीर योजना के तहत सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे। सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है, जहां मौसम की कठिन परिस्थितियों में सैनिक तैनात रहते हैं। अक्टूबर 2022 में, हार्ट अटैक के कारण अक्षय गवाटे का निधन हो गया। उनकी शहादत के बाद, उनके परिवार को गार्ड ऑफ ऑनर और 1 करोड़ 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया। यह मुआवजा उनकी सेवा और बलिदान के प्रति सम्मान और समर्थन के रूप में प्रदान किया गया था।

राहुल गांधी और राजनाथ सिंह की टिप्पणियां

राहुल गांधी ने लोकसभा में अग्निवीर योजना के तहत शहीद का दर्जा और मुआवजा न दिए जाने पर सवाल उठाए। इसके जवाब में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया कि अग्निवीरों के परिवारों को मुआवजा और सहायता दी जाती है, जैसा कि अक्षय गवाटे के मामले में हुआ था। इस संदर्भ में, राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार अग्निवीरों और उनके परिवारों के प्रति प्रतिबद्ध है और उन्हें पूरा सम्मान और समर्थन प्रदान करती है।

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