अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन विस्तार केंद्र की नई परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू

अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के विस्तार को लेकर केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

परियोजना के दूसरे चरण के लिए 6.5 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस भूमि में से 50% खाली है, जबकि शेष 50% पर आवासीय कॉलोनियां स्थित हैं। भूमि अधिग्रहण की अधिसूचना 6 जून को जारी की गई थी और इसके बाद अगले 30 दिनों में लोगों को भूमि अधिग्रहण पर आपत्तियां दर्ज करने का अधिकार होगा।

अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का पहला चरण 2018 में शुरू किया गया था, जिसका बजट ₹150 करोड़ था। अब, इस विस्तार परियोजना के दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। अयोध्या के मेयर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा, “इस परियोजना की घोषणा के साथ ही केंद्र ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अयोध्या में विकास परियोजनाओं की गति में कोई कमी नहीं आएगी।”

 

इससे पहले, राज्य सरकार ने अयोध्या में सड़कों के चौड़ीकरण के लिए राम पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ जैसी परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण किया था। अब एक और बड़ी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की योजना है, जो है न्यू अयोध्या टाउनशिप या ग्रीनफील्ड टाउनशिप। यह टाउनशिप लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के दोनों ओर 1,407 एकड़ में फैली होगी।

आवास और शहरी नियोजन विभाग इस परियोजना को क्रियान्वित करेगा, जिसमें सरयू नदी के पानी से भरी एक झील, आवासीय भूखंड, समूह आवास, वाणिज्यिक भूखंड, आश्रम/मठ और अंतरराष्ट्रीय अतिथि गृह जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। हालांकि, इस परियोजना को आगे बढ़ाना राज्य सरकार के लिए आसान नहीं होगा, क्योंकि भूमि अधिग्रहण का विरोध किसानों द्वारा किया जा सकता है।

 

टाउनशिप तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर लंबी सड़क भी बनाई जाएगी। इस नई टाउनशिप का उद्देश्य मंदिर शहर में भीड़भाड़ कम करना है और इसे आध्यात्मिक रूप देने की योजना बनाई गई है।

कुल मिलाकर, अयोध्या में विकास की गति और महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, जिससे भविष्य में शहर की संरचना और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण बदलाव आने की उम्मीद है।

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