18% किशोर जागने के लिए लेते हैं कैफीन युक्त पर पदार्थ,

हाल ही में हुए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि 18% किशोर जागने के लिए कैफीन का उपयोग करते हैं विज्ञानियों का सुझाव है कि किशोर को इसका सेवन सीमित करना चाहिए साथ ही इस मामले में माता-पिता का जागरूक होना भी जरूरी है.

अध्ययन उस के मिशिगन स्थित US विश्वविद्यालय के सुधार्थियों द्वारा किया गया है, किशोरी को 1095 अभिभावक से प्राप्त प्रतिक्रिया पर आधारित है, इसमें पाया गया है कि शोध में शामिल एक चौथाई माता-पिता ने बताया कि उनके किशोर प्रतिदिन या लगभग हर दिन कैफीन का सेवन करते हैं बोल के साहिदेशक और मार्ट बाल रोग विशेषज्ञ सुशांत के अनुसार हमारे रिपोर्ट से पता चलता है की माता-पिता को हम शाह इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उन्हें किशोर के लिए कैफीन सेवन कितना सीमित करना चाहिए कल फोड़ने कहा कि कैफीन एक ऐसी दवा है,

जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती है और उसकी अधिक मात्रा युवाओं में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं में योगदान कर सकती है अध्ययन में उल्लेख किया गया है कि अमेरिकी अकादमी का पीडियाट्रिक एस बच्चों और किशोर द्वारा कैफीन के सेवन को अतुल सहित करता है वहीं अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि किशोर के लिए प्रतिदिन 100 मिलीग्राम से ज्यादा कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए लगभग 60% माता-पिता ने यह कहा है कि उन्होंने अत्यधिक कैफे नियुक्त उत्पादों के खतरों के बारे में सुना है लेकिन लगभग आधे ने उल्लेख किया है कि वह अपने किशन के लिए पर पदार्थ खरीदते समय शायद ही कभी कैफीन की मात्रा पर ध्यान देते हैं वह छोड़ने कहा माता-पिता को अपने किशोरी के लिए सात आध्यात्मिक कैफीन के नकारात्मक प्रभाव के बारे में बात करने पर विचार करना चाहिए और फिर गैर कैफीन विकल्पों का पता लगाना चाहिए जिन्हें भी घर पर स्कूल में या दोस्तों के साथ बाहर आजमा सकते हैं उन्होंने कहा कि माता-पिता कैफीन के खतरों को समझने और इस काम करने की रणनीतियां सुलझाने के लिए किशोर के स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को शामिल भी करना चाहिए

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